वर्कशॉप पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन बेहतर से बेहतरीन 08/09/2023-09/09/2023. दिनांक 08/09/2023 को एलटी-5 मेडिकल कॉलेज भवन एम्स रायपुर में मेडिकल एजुकेशन यूनिट एम्स रायपुर द्वारा वर्कशॉप पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन बेटर टू बेस्ट का आयोजन किया गया।

अखिल भारतीय चिकित्सा विज्ञान रायपुर संस्थान

प्रतिवेदन व्यावहारिक कार्यशाला "पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन बेहतर से सर्वश्रेष्ठ" 08/09/2023-09/09/2023। मेडिकल एजुकेशन यूनिट, एम्स, रायपुर द्वारा दिनांक 08/09/2023-09/09/2023 को एलटी-5, मेडिकल कॉलेज भवन, एम्स रायपुर में कार्यशाला "पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन बेटर टू बेस्ट" का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सम्मानित सीईओ और निदेशक एम्स, रायपुर प्रो. (डॉ.) अजय सिंह थे और विशिष्ट अतिथि डीन (शैक्षणिक) प्रो. (डॉ.) आलोक सी. अग्रवाल, डीन (अनुसंधान), एम्स, रायपुर प्रोफेसर थे। (डॉ.) सरिता अग्रवाल और डीन (परीक्षा), एम्स, रायपुर प्रो. (डॉ.) एली महापात्रा। स्वागत भाषण आयोजन सचिव डॉ. मनीषा बी. सिन्हा एवं आयोजन अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) अमित चौहान ने दिया, मंच संचालन डॉ. धर्म सिंह राठिया ने किया। कार्यक्रम का उद्घाटन हमारे माननीय मुख्य अतिथि, सीईओ एवं निदेशक एम्स, रायपुर प्रोफेसर (डॉ.) अजय सिंह द्वारा किया गया। सत्र 1 की शुरुआत हमारे सम्मानित वक्ता एम्स मदुरै के डॉ. एम. सरवनन ने की। उन्होंने पावरपॉइंट, कार्य क्षेत्र, टेम्प्लेट और ले-आउट, चित्र और वीडियो प्रविष्टि, यूट्यूब से वीडियो डाउनलोड करना, बेसिक एनीमेशन, स्लाइड्स में मॉर्फ टूल का परिचय और मूल बातें सिखाईं। इसके बाद दोपहर 1:45 बजे लंच ब्रेक हुआ। इसके बाद दोपहर 2:30 बजे सेशन 2 शुरू किया गया, वक्ता थे डॉ. बी.एन. वल्लिश, उन्होंने टेबल्स और स्मार्ट आर्ट्स के बारे में चर्चा की। इस प्रकार कार्यशाला के प्रथम दिन का सत्र सायं 5:30 बजे समाप्त हुआ। सत्र 3 का शुभारम्भ दिनांक 09/09/2023 को प्रातः 10:00 बजे प्रथम डॉ. बी.एन. वल्लिश ने इमेजेज, ग्राफ़, फ़्लोचार्ट, इंटरएक्टिव पीपीटी सिखाया, इसके बाद सुबह 11:45 बजे चाय ब्रेक के बाद सत्र हुआ। बाद में डॉ. एम. सरवनन ने रैंडम स्लाइड्स, क्रिप्टेक्स पर चर्चा की। सभी सत्र बहुत अधिक इंटरैक्टिव थे। प्रतिभागियों के अनुसार, यह मेडिकल एजुकेशन यूनिट की डॉ. मनीषा और टीम द्वारा आयोजित एक उत्कृष्ट कार्यशाला थी। इस कार्यशाला के माध्यम से बहुत सी नई चीजें सीखीं जिनके बारे में उन्हें पहले जानकारी नहीं थी। जिस तरह से वक्ताओं ने सब कुछ समझाया वह सरल और बहुत समझने योग्य था। प्रतिभागियों ने संकाय कौशल विकास के लिए नियमित अंतराल पर ऐसी कार्यशाला आयोजित करने का अनुरोध किया। डॉ. मनीषा बी. सिन्हा अतिरिक्त प्रोफेसर, एम्स, रायपुर